Tuesday, May 5, 2020

शराब के शौकीनों के कंधों पर देश की अर्थव्यवस्था का जिम्मा


---पवनेश कौशिक----

राज्य सरकारों के शराब की दुकानें खोलने के फैसले को लेकर चाहे जो मीन-मेख निकाली जा रही हो, लेकिन एक फैसले ने लोगों को खूब हंसाया है। लॉकडाउन 3.0 के ऐलान और इसमें एकल शराब की दुकानों पर से पाबंदी हटाने के फैसले के साथ ही सोशल मीडिया पर चुटकुलों, फोटों और वीडियो की बाढ़ आ गई। व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्वीटर से  लेकर और टिकट़ाक तक तमाम सोशल मीडिया माध्यमों में इन्हे शेयर किया गया।  किसी ने इसके जरिये शराब का व्यवसाय समझाया तो किसी ने अर्थव्यवस्था में इसका योगदान।  पेश है ऐसे ही कुछ चुनिंदा चुटकुले व खूब शेयर किया गया एक फोटो । इस फोटो में शराब के लिए मशक्कत कर रहे युवक की फटी चड्ढी सबके सामने आ गई। इसी को लेकर लोगों ने खूब मजाक ली कि युवक अपने लिए फटी चड्ढी नहीं खरीद कर देश को राजस्व देने के लिए शराब खरीदने में जुटा है। 
1.कोरोना का सही इलाज क्या है??? कोरोना इतना क्यों फैल रहा है??? कोरोना के लिए जिम्मेदार कौन??? इन सब सवालों के जवाब ... निकटतम ठेके पर - 4 मई से

2.       सरकार ने चार मई से शराब की दुकाने खोलने का निर्देश दिया है! इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था का सारा ज़िम्मा अब शराबी समुदाय के कंधों पर आन पड़ा है और ये काम अकेले ही करना पडेगा क्योंकी इस बार बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तम्बाकू समुदाय का सहयोग भी नहीं मिलेगा! तो सभी मदिरा प्रेमी देशभक्तों से आह्वान है, दारू के साथ चखने पे भी पूरा जोर रखें और देश कि अर्थव्यवस्था को वापिस पटरी पर ले आयें!

3.       जिन शराबियों का तिरस्कार किया जाता रहा है वो ही कल से देश की अर्थव्यवस्था सम्हालेंगे!!

4.       अब समझ आया कि एक शराबी के पैर क्यों डगमगा जाते है।
उसके कंधो पर अर्थव्यवस्था का बोझ होता है।

5.       मोदी जी की जनता से अपील : ठेके खुल चुके हैं । पीने के बाद घर पर ही रहें । कोई भी चीन को सबक सिखाने नहीं निकलेगा ।

6.       शराब की दुकानें इसलिए खुलवाई जा रही हैं, क्योंकि आरबीआई गवर्नर ने कहा है, दो से तीन क्वार्टर में अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जाएगी।

7.       जो शराब नहीं  पीते,  वे भी! अर्थव्यवस्था में सहयोग करने के लिए शराब खरीद कर दान करें!!  इस उपकार के लिए उन्हें भी युगों युगों तक याद किया जाएगा!!

8.       लॉकडाउन में 45 दिन शराब न पीकर  जनता ने बता दिया कि वो बिना शराब के जिंदा रह सकते हैं। लेकिन ठेके खोल कर सरकार ने बता दिया कि शराब के बिना सरकार मर जाएगी।

9.       जब कोई शराब लेने निकले तो ताली बजाकर उसका उत्साहवर्धन करें... क्योंकि वह देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहा है

10.   कोरोना वैक्सीन भारत भी बना सकता था........बस ठेके बंद थे।


-----और अंत में
सरकारों ने जेब भी काट ली बेचारों की
जो शराबी समुदाय पूरी हिम्मत लगाकर देश की अर्थव्यवस्था को बचाने निकला था, उसके साथ कुछ सरकारों ने तो साहूकारों से भी बुरा सलूक किया है। दिल्ली ने जहां पांच मई से शराब की कीमतों में 70 फीसदी का इजाफा कर दिया वहीं, हरियाणा सरकार भी पीछे नहीं रही और उसने ने भी कोरोना सेस लगा दिया। राज्य में देसी शराब के क्वार्टर पर पांच रुपये, भारत निर्मित अंग्रेजी शराब के क्वार्टर पर 20 रुपये  की दर से इसे लगाया गया  है। वहीं स्ट्रांग बीयर बोतल पर पांच और माइल्ड बीयर बोतल पर दो रुपये का इजाफा किया गया है।

Monday, May 4, 2020

सरकारों के लिए 'जान' से प्यारा 'जाम'



लॉकडाउन के पहले दो चरणों की सख्ती में कुछ छूट के साथ तीसरे चरण की आज से शुरुआत हुई, लेकिन पहला ही दिन हंगामेदार रहा। शराब के ठेके खोलने का एक आदेश इसकी वजह बना। पहले ही दिन भोर से ही ठेकों के बाहर कई किलोमीटर की लाइनें लग गई। दिल्ली, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश तक सिर्फ तमिलनाडु को छोड़कर शायद ही देश का कोई ऐसा राज्य रहा हो जहां शराब के शौकीनों की भीड़ न उमड़ी हो। तमिलनाडु ने सात मई से शराब की दुकाने खोलने का ऐलान किया है। इसका असर यह रहा कि तमिलनाडु और तेलंगाना से शराब के शौकीन आंध्र प्रदेश के सीमावर्ती जिलों चित्तूर, एसपीएस नेल्लोर, पूर्वी गोदावरी और कृष्णा में दुकानों के बाहर पंक्तियों में खड़े नजर आये। हालांकि सभी जगह निषिद्ध क्षेत्रों में शराब के ठेके नहीं खुले हैं। 
     
 दिल्ली समेत कई जगह तो पुलिस को लाठियां फटकारकर हालात को काबू करना पड़ा। इस पूरी स्थिति में सभी जगह सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक मेलजोल से दूरी) के नियम की सरेआम धज्जियां उड़ी। स्थिति बिगड़ने के कारण दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में कई जगह शराब की बिक्री बंद करनी पड़ी। शराब को लेकर मची यह आपाधापी हैरान करने वाली थी। साथ ही कोरोना वायरस महामारी को लेकर अभी तक बरती जा रही सतर्कता को लोगो द्वारा ऐसे दरकिनार करना भी पीड़ादायक था। इस नासमझी से दुखी उन सभी लोगों को एक ही सवाल साल रहा था कि आखिर लोग यह क्यों नहीं समझ रहे कि शराब के ठेके को छूट सरकार ने दी है, कोरोना वायरस ने नहीं।  
वहीं राज्य सरकारों की शराब की ठेके खोलने को लेकर दिखाई गई हड़बड़ी भी समझ नहीं आ रही थी। आखिर लॉकडाउन के अभी तक के 40 दिनों में सख्ती से सामाजिक मेलजोल के नियम पर अमल की कोशिशों से कोरोना वायरस नियंत्रण पाने में राज्य सरकारें ही सफल रही थी। फिर इसका जो फायदा उन्होंने हासिल किया उसे वह क्यों गंवा देने पर आमादा है, यह समझ नहीं आया।
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकारों की खूब किरकरी हुई। लोगों ने न केवल सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने वाले तमाम वीडियो और फोटो शेयर किए  बल्कि  प्रधानमंत्री समेत तमाम नेताओं को टैग कर उनसे इस आदेश को वापस लेने की विनती भी की। हालांकि इस सब का कोई असर नहीं दिखा और ठेके बंद होने से राजस्व का रोना रोने वाली सरकारों के कान पर कोई जूं नहीं रेंगी। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जरूर यह ऐलान किया कि अगर लोग सामाजिक मेलजोल से दूरी के नियम पर अमल नहीं करेंगे तो ठेकों को खोलने का फैसला वापस ले लिया जाएगा। बाकी राज्य सरकारों ने इस पर क्यों ऐसा कोई रुख नहीं दिखाया, यह समझ नहीं आया। क्या राज्य सरकारों को जान से ज्यादा जाम प्यारा है? अगर ऐसा नहीं है तो ठेकों के बाहर सामाजिक मेलजोल से दूरी के नियम पर अमल कराएं और अगर यह संभव न हो तो इन्हें बंद करने में एक पल भी न गंवाए। यह ठीक है कि राजस्व भी जरूरी है तो इसके लिए आनलाइन  बिक्री या टोकन के जरिये बिक्री जैसे विकल्प अपनाए जा सकते हैं, क्योंकि अगर कोरोना वायरस संक्रमण से स्थिति बिगड़ी तो शराब के लिए अपनी जान दांव पर लगा देने वाले लोगों के बीच इसे संभालना आसान नहीं होगा।  भारत में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 42836 पर पहुंच गई। जबकि संक्रमण के कारण मृतकों की संख्या  1389 हो गई।

Sunday, May 3, 2020

लॉकडाउन के दो चरणों के 40 दिन पूरे, देश का आज से तीसरे चरण में प्रवेश


कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) को आज 40 दिन पूरे हो गए। 25 मार्च से 14 अप्रैल और 15 अप्रैल से 3 मई 2020 की अवधि पूरी कर लॉकडाउन सोमवार (4-17 मई) से अगले दो हफ्तों के अपने तीसरे चरण में प्रवेश कर गया है। हालांकि पहले दो चरणों की सख्ती के बाद लॉकडाउन 3.0 में पाबंदियों में कई छूट भी दी गई हैं। देश के समस्त जिलों को रोगियों की संख्या के आधार पर ग्रीन, आरेंज और रेड जोन में बांटकर ये छूट प्रदान की गई है। देश में 130 रेड जोन, 284 आरेंज जोन और 319 ग्रीन जोन घोषित किए गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी जिले रेड जोन में रखे गए हैं। सर्वाधिक  रेड जोन (19) उत्तर प्रदेश में हैं वहीं गोवा में सिर्फ ग्रीन जोन हैं।  जहां ग्रीन जोन में लगभग सामान्य जैसी स्थिति (सार्वजनिक परिवहन  को छोड़कर) रहेगी , वहीं रेड जोन में सर्वाधिक  सख्ती होगी। हालांकि हॉटस्पॉट घोषित किए गए क्षेत्र जो किसी भी जोन के हों, इन छूटों के हकदार नहीं होंगे।    
इसी के साथ देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 40 हजार के आंकड़े को पार कर गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार देश में शनिवार से रविवार के बीच 24 घंटों में 2487 नए मामले सामने आए और  संक्रमितों की संख्या 40,263 पर पहुंच गई। जबकि इस दौरान हुई 83 मौतों से मृतकों का आंकड़ा भी 1306 पर पहुंच गया। जहां एक और बढ़ते हुए ये आंकड़े डराते हैं वहीं आकंड़ों का ऐसा ही एक ग्राफ राहत भी पहुंचा रहा है। यह है देशभर में ठीक होने वाले रोगियों की संख्या। चिकित्सकों की मेहनत के परिणामस्वरूप देश में 10886 लोग कोरोना संक्रमण से उबर चुके हैं। स्वस्थ होने वाले रोगियों की यह संख्या ही इस भयावह वायरस पर जीत की उम्मीद जगाती है।  

कोविड-19 के खिलाफ जंग में रविवार एक और महत्वपूर्ण घटना का गवाह बना, वह थी कोरोना योद्धाओं के सम्मान में तीनों सेनाओं द्वारा प्रदर्शित किया गया आभार। अग्रिम मोर्चे पर तैनात लाखों चिकित्सकों, पैरामेडिकल कर्मियों, सफाई कर्मियों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए राष्ट्रव्यापी कवायद के तहत भारतीय वायुसेना के लड़ाकू और परिवहन विमानों ने रविवार को देश के बड़े शहरों और नगरों के ऊपर भव्य फ्लाई पास्ट किया। वहीं, सैन्य हेलीकॉप्टरों ने देशभर के प्रमुख अस्पतालों पर आकाश से पुष्प-वर्षा की। सैन्य विमानों के बेडे में सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29 जैसे विमान शामिल थे। देश के लगभग हर बड़े शहर में प्रमुख अस्पतालों पर पुष्पवर्षा और फ्लाई पास्ट देखा गया। दरअसल प्रमुख रक्षा अध्यक्ष विपिन रावत ने इस पहल का ऐलान किया था। दिलचस्प बात यह है कि इस बार जहां लॉकडाउन बढ़ाने के लिए पहले की तरह प्रधानमंत्री द्वारा कोई संदेश नहीं दिया गया और मात्र एक सरकारी आदेश  से इसकी अवधि बढ़ा दी गई, वहीं कोरोना योद्धाओं के प्रति आभार प्रकट करने के लिए राष्ट्रव्यापी कवायद का ऐलान सीडीएस ने एक वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये किया।


लॉकडाउन 3.0 में भी ये बंद------
लॉकडाउन के इस चरण में भी हवाई, रेल, मेट्रो यात्रा ; सड़क मार्ग से अंतर-राज्यीय आवागमन  ; स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान, प्रशिक्षण एवं कोचिंग संस्थान ; होटल एवं रेस्तरां आदि बंद रहेंगे। यही नहीं धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक सभाओं पर रोक रहेगी। जिम, थियेटर, मॉल, सिनेमा हॉल, बार भी बंद रहेंगे। सभी क्षेत्रों में आवाजाही की इजाजत मिलेगी, लेकिन सुबह सात बजे से रात सात बजे तक ।
ये छूट-----          
ग्रीन और ऑरेंज जोन में नाई की दुकान, स्पा और सैलून खोले जाने की इजाजत होगी। साथ ही, ई-कॉमर्स कंपनियां भी गैर-आवश्यक वस्तुएं बेच सकती हैं। मॉल और बाजार से इतर एकल शराब की दुकानों को भी बिक्री से छूट रहेगी। यही नहीं शराब की सभी दुकानों में, ग्राहकों के बीच कम से कम छह फुट  की दूरी रखनी होगी और एक समय पर पांच से अधिक लोग नहीं होंगे।  केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इजाजत प्राप्त उद्देश्यों के लिये भी आवाजाही की इजाजत होगी।
                 

                                             एक और वज्रपात, नीरज भैया को  लील गया कोरोना  दिल के अंदर कुछ टूट सा गया है, ऐसा कुछ, जिसका जुड़...