अंडे पर ही होगी उसकी पूरी जन्मकुंडली
पहले मुर्गी आई या अंडा इस सवाल का जवाब आज तक अच्छे-अच्छे तुरर्मखां भी नहीं दे सके। कोई कहता है कि पहले अंडा आया और इससे मर्गी जन्मी, लेकिन अंडा दिया किसने ? जाहिर है पहले मुर्गी आई। पीढी-दर-पीढी मथ रहे इस सवाल पर अब ज्यादा दिमाग खपाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अंडा कब आया यह जानना आपके लिए चुटकी बजाने जितना आसान हो जाएगा।
दरअसल सरकार जल्द ही ऐसी व्यवस्था करने जा रही है जिससे अंडा अपनी पूरी जानकारी खुद ग्राहक को देगा। जैसे कब उसका जन्म हुआ और उसकी पौष्टिकता कितनी है। अंडों की गुणवत्ता को लेकर आ रही शिकायतों के मद्देनजर सरकार जल्द यह कदम उठाने जा रही है। इसके तहत अब अंडे पर मुहर लगेगी, जिसमें उसके जन्म की तारीख लिखी होगी। अंडा कितना सेहतमंद है यह भी आपको आसानी से पता चल जाएगा। सरकार इसके लिए एक निशान बनाएगी। आर्गेनिक का यह निशान इस बात की गारंटी होगा कि सेहतमंद मुर्गी ने ही यह अंडा दिया है। अंडा देने वाली मुर्गी को सिर्फ जैविक दाना ही दिया गया है, इसके लिए भी यह निशान होगा। दरअसल पोल्ट्री फार्म ज्यादा उत्पादन के लालच में मुर्गियों को एंटीबायोटिक देते हैं। इससे उनकी सेहत पर तो असर पड़ता ही है अंडों की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। अंडों में एंटीबायोटिक, एफलाटाक्सिन और माइक्रोएब्स मिलने के बाद ही सरकार अंडों की गुणवत्ता के मानक तय करने की दिशा में सक्रिय हुई है। माइक्रोएब्स कई बीमारियों जैसे फ्लू और खसरे का कारण बनते हैं। एफलाटाक्सिन बैहद विषैले होते हैं और कैंसर को जन्म देते हैं। देश में वर्ष 2017 में करीब 55.11 बिलियन अंडों का उत्पादन हुआ। कुल उत्पादन में पोल्ट्री फार्म की हिस्सेदारी 75 प्रतिशत है।
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Monday, May 1, 2017
अंडे पर ही होगी उसकी पूरी जन्मकुंडली
जिंदगी को जितना समझता हूं ये उतना ही हैरान करती है..कभी लगता है हाय. ये क्या जिंदगी है, कभी लगता है वाह! ये ही जिंदगी है। ये नजरिया ही है जो कभी किताबों से हासिल होता है और कभी बातों से । बस इन्हें ही समेटने की कोशिश रहती है हमेशा।
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