Friday, April 14, 2017

यहां सीटी सुनते ही भाग जाते हैं खुले में शौच करने वाले




स्वच्छता एक आदत है और लोग इस आदत को अपनाएं इसके लिए खूब  मेहनत करनी पड़ती है। यह मेहनत तब कई गुना बढ़ जाती है जब खुले में शौच जैसी आदत को छुड़वाना हो। लेकिन जहां चाह वहां राह। स्वच्छता अभियान में शामिल ग्राम पंचायतों ने गंदगी फैलाने की आदत का भी तोड़ ढूंढ निकाला है। ऐसी ही छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली विकासखंड की ग्राम पंचायत बिरिमकेला। पंचायत ने खुले में शौच करने वालों को रोकने के लिए सीटी से लैस लोगों का एक दल तैनात कर दिया है। नीली वर्दीधारी12 लोगों का यह दल खुले में शौच करने वालों को सीटी बजाकर आगाह करता है। इसके बावजूद नहीं मानने वाले लोगों से 500 रुपये जुर्माना वसूला जाता है। इस रकम को पंचायत के स्वच्छता कोष में जमा कराया जाता है।
ग्राम पंचायत अध्यक्ष फूलकुंवर कहती हैं कि स्वच्छता की आदत को बनाए रखने के लिए सतत निगरानी की जरूरत  होती है। इसलिए स्वच्छता निगरानी टीम भी बनाई गई हैं। केवल बिरिमकेला गांव में ही नहीं, पूरे प्रखंड के सभी गांवों में इनका गठन किया गया है। स्वच्छता अभियान में कोई ढिलाई नहीं आए इसका भी उपाय किया गया है। हर माह की 10 तारीख को ये टीमें अपने-अपने गांवों में स्वच्छता की स्थिति को लेकर बैठक करती हैं। ये ग्राम पंचायतें उदाहरण हैं कि यदि कुछ करने की ठान लें तो मुश्किलें रास्ता नहीं रोक पाएंगी।

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